Saturday, April 25, 2009

chuनाव में भागीदारी

उसी पुराने हाल से
आजादी का माहौल है
चुनाव का बजा जो ढ़ोल है

इंतजार के पांच बरस
टूट गई जंजीरे पुरानी
अभी है मौका, दोस्तों
रच लो नई कहानी

सब कुछ अपने हाथ है
सब कुछ अपने साथ है
अब जो नहीं करा वोट
पांच साल वही पुरानी चोट

वक्त है सोचने और समझने का
निर्णय सख्त लेने का
खुश हो तो ठीक है
नहीं, तो वक्त है तख्ता पलटने का

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