सब खुशी से झूमें
बाहों में बाहें डाल के
सब के आंसू सब पोंछे
अपना रूमाल निकाल के
हर चीज का जवाब
प्यार से हो न कि तकरार से
दुखी हो पड़ोस में कोई
तो नींद मुझे कैसे आए
दाना न हो सामने की थाली में
तो मुझे निवाला कैसे भाए
सबके अंदर यह एहसास कहीं मर सा गया है
इसलिए यह जहां लाशों से भर गया है